



नई दिल्ली। कर्नाटक में महज 15 हजार के वेतन पर काम करने वाले पूर्व क्लर्क के पास बेहिसाब संपत्ति मिली है। संपत्ति इतनी कि जब छापा मारने लोकायुक्त के अधिकारी उसके आवास पर पहुंचे, तो उनकी भी आंखें फटी की फटी रह गईं।



शख्स का नाम कलकप्पा निदागुंडी बताया जा रहा है। वह कोप्पल में कर्नाटक रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट लिमिटेड में क्लर्क था। सैलरी महज 15 हजार रुपये थी, लेकिन संपत्ति इतनी कि लाख रुपये महीना कमाने वाला भी शायद सपने में न सोच सके।
करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
लोकायुक्त अधिकारियों ने शुक्रवार को केआरआईडीएल के एक पूर्व क्लर्क के आवास पर छापा मारा। छापे के दौरान उसके पास 24 मकान, 4 प्लॉट, 40 एकड़ कृषि भूमि मिली। इसके अलावा उसके पास से 4 गाड़ियां, 350 ग्राम सोना और 1.5 किलो चांदी भी बरामद की गई।
ये सारी संपत्तियां उसके, उसकी पत्नी और उसके भाई के नाम पर थीं। आरोप है कि कलकप्पा निदागुंडी और केआरआईडीएल के एक पूर्व इंजीनियर जेडएम चिंचोलकर ने कई अधूरे प्रोजेक्ट्स के लिए जाली दस्तावेज दिखाकर 72 करोड़ रुपये से अधिक का गबन कर लिया था।
कर्नाटक में लोकायुक्त उन सभी सरकारी अधिकारियों पर छापे मार रहे हैं, जिन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। मंगलवारको हासन, चिक्कबलापुरा, चित्रदुर्ग और बेंगलुरु में पाँच सरकारी अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।